IoT की विशेषताएं | Characteristics of IoT
Internet of Things (IoT) का अर्थ ऐसी devices से होता है जो internet से जुडी होती हैं. IoT के अंदर ऐसी डिवाइस आती है जिनके द्वारा wireless network में data को send तथा receive किया जाता है.
1:- Connectivity (कनेक्टिविटी) – IoT की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता connectivity होती है. IoT devices और उनके components जैसे कि – sensors, compute engine, data hubs आदि एक दूसरे से connect रहते हैं.
IoT devices एक-दूसरे से radio waves, Bluetooth, wi-fi, li-fi आदि के द्वारा connected हो सकती है. Connectivity के द्वारा ही market में internet of things के लिए नए अवसर create किये जा सकते हैं.
2:- Intelligence (बुद्धिमत्ता) – IoT में बहुत सारीं ऐसी algorithms होती है जिनके द्वारा यह intelligent (बुद्धिमान) बन जाता है. इसमें big data analytics और machine learning का प्रयोग किया जाता है जिससे कि बेहतर decisions (निर्णयों) को लिया जा सके.
इसमें situation के आधार पर data का प्रयोग करके उपयोगी business decisions को लिया जाता है. इसके आधार पर हम कह सकते है कि IoT बहुत ही intelligent और smart होता है.
3:- Sensing (सेंसिंग) – बिना sensors के IoT संभव ही नहीं है. Sensors के माध्यम से ही environment में होने वाले changes (बदलाव) को detect और measure किया जाता है.
हम मनुष्य अपने पुराने अनुभवों के आधार पर अपनी परिस्थितियों को आसानी से समझ सकते हैं और उन्हें analyze कर सकते हैं. परन्तु IoT के लिए हमें analog signal को read करना पड़ता है जिससे कि हमें उचित insights प्राप्त हो.
हम किसी विशेष problem के आधार पर data को इकट्ठा करने के लिए electrochemical, gyroscope, pressure, light sensors, GPS, और RFID आदि का इस्तेमाल करते हैं।
4:- Dynamic Nature (गतिशील प्रकृति) –
IoT की एक विशेषता यह है कि इसका nature dynamic होता है. IoT में data को इस प्रकार collect और convert किया जाता है जिससे कि business decisions को लिया जा सके. Data को collect और convert करने के लिए IoT के components का nature dynamic होना चाहिए. अर्थात इसकी अवस्था बदलती रहनी चाहिए.
उदाहरण के लिए – IoT sensors को अगर किसी जगह का temperature (तापमान) मापना है तो उसे जगह (location) और weather conditions के आधार पर change होना पड़ेगा. (Delhi में अलग temperature होगा और mumbai में अलग)
5:- Scale (पैमाना) – IoT आवश्कता के अनुसार अपने scale (पैमाने) को बड़ा और छोटा कर सकता है. घरों में IoT का scale छोटा होगा और factories तथा company में इसका scale बड़ा होगा. इसके scale के आधार पर ही IoT carriers को design किया जाता है.
6:- Heterogeneity (विविधता) –
IoT में devices अलग-अलग hardware और network पर आधारित होते हैं. और ये devices दूसरे devices से अलग-अलग networks पर connect हो सकते हैं. IoT architecture डिवाइसों को विविध नेटवर्क (Heterogeneous network) पर connect करने की सुविधा प्रदान करता है.
7:- Security (सुरक्षा) – IoT की एक मुख्य विशेषता इसकी security है. IoT devices में बहुत सारें security threats होते है. इन threats (खतरों) से बचना बहुत ही जरुरी होता है. इसमें sensitive information को ट्रान्सफर किया जाता है. इस data को hacker या attacker के द्वारा manipulate और चुराया जा सकता है. IoT system को design करने के दौरान हमें सुरक्षा उपाय करने चहिये जैसे कि – firewall को install करना, VPN का use करना आदि.
8:- Communication (कम्युनिकेशन) – Devices एक दूसरे से communication करने के लिए connect होते हैं. Communication बड़ी दूरी और छोटी दूरी का हो सकता है. उदाहरण के लिए – Wi-Fi और LPWA (lower power, wide area) network आदि.
9:- Scalability – IoT infrastructure में प्रतिदिन चीजें (things) बढती ही जा रही है. इसलिए IoT का setup ऐसा होना चाहिए जो कि बड़े expansion (विस्तार) को भी handle कर सके.
10:- Integration (एकीकरण) – IoT बहुत सारें cross-domain models को integrate (एकीकृत) करता है जिससे कि user के experience को बेहतर बनाया जा सके.
References:- https://www.educba.com/iot-features/
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